गुरुवार, 15 अगस्त 2024

सन्नाटे में शेयर बाजार

जब शेयर बाजार में

 

शेयर गिरते है

 

तो कोहराम मच जाता है

 

जैसे

 

न रहा हो कोई अपना

 

लेकिन, जैसे ही

 

शेयर बाजार चढ़ता है

 

पसर जाता है सन्नाटा

 

उठावनी के बाद का.

बुधवार, 14 अगस्त 2024

#VineshPhogat का या कैसा दबाव !




क्या केंद्र की बीजेपी सरकार दबाव में आ जाती है. यदि ऐसा है तो यह कैसा दबाव?

 

 

 

 

 

 

 

विनेश फोगाट साफ़ साफ़ तौर पर ५० किलोग्राम वर्ग में फाइनल के लिए ओवर वेट थी. निस्संदेह यह ओवर वेट १०० ग्राम ही थी. तो इससे क्या?

 

 

 

 

इस बार स्वर्ण जीतने वाला पहलवान जापान का पहलवान विगत टोक्यो ओलंपिक्स में केवल ५० ग्राम के कारण डिसक्वालिफाई कर दिया गया था. उसने तो रोना धोना नहीं मचाया.

 

 

 

यह बात तो भारत का कुश्ती महासंघ भी जानता होगा. तो फिर फोगाट के १०० ग्राम को कई क्विंटल वजनी क्यों बना दिया गया?

 

 

 

 

क्या आवश्यकता थी, अपील में लाखो रुपये फिजूल खर्च करने की, जबकि परिणाम मालूम था? क्या विनेश फोगाट और हरियाणा के जाटों को चुनाव को ध्यान में रख कर खुश करने के लिए? किन्तु, यह तो तुष्टिकरण हुआ. चाहे वह मुस्लमान का हो या जाट का.

 

 

 

 

कुश्ती महासंघ और केंद्र सरकार  को इस प्रकार के दबाव से हट कर काम करना होगा. अन्यथा तुष्टिकरण के नुकसान इस ओलंपिक्स में हो गए और आगे भी होते रहेंगे.

 

 

 

 

देश के खेल प्रेमियों को याद रखना होगा कि भारत को कुश्ती का पहला पदक दिलाने वाले के डी जाधव हरियाणा के नहीं सतारा महाराष्ट्र के थे. कुश्ती किसी राज्य या जाति की बपौती नहीं.

 

 

 

उम्मीद बहुत कम है कि कुश्ती महासंघ और केंद्र सरकार तुष्टिकरण से उबरेंगी.

बुधवार, 17 जुलाई 2024

बीजेपी नहीं नरेन्द्र मोदी हारे!




नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप मे दो बड़ी गलतियाँ की। पहली यह कि अधिकारी बिना डरे निर्णय ले सकें, उन्हें लौह सुरक्षा कवच दे दिया। वह सोचते थे कि आईएएस कार्यवाही के भय से निर्णय लेने मे हिचकता है। किंतु वह भूल गए कि कॉंग्रेस की संगत में अधिकांश आईएएस पैसे बनाने को महत्व दे ने वाला बन गया है ।सुरक्षा कवच पा के वह निश्चिंत हो भ्रष्टाचार मे डूब गया। 






दूसरी बड़ी गलती अपने दूसरे कार्यकाल में सबका साथ और सबका विकास के साथ सबका विश्वास जोड़ कर की । परिणामस्वरुप, CAA और nrc को लेकर मुसलमानों ने देश में युद्ध छेड़ दिया। ईश्वर की कृपा से देश corona की चपेट मे आ गया, अन्यथा देश को मुस्लिम आतंकवाद निगल जाता। बाद में मोदी जी ने संतृप्तिकरण का करेला चढ़ा कर इन्हें मालामाल कर दिया।





एक तरफ क्रुद्ध हिन्दू उनकी मुस्लिमपरस्त नीति पर क्रोध व्यक्त करता, दूसरी ओर मुसलमान पूरी दबंगई के साथ खुद को सताया हुआ बताता। मोदी जी रक्षात्मक होते चले गए, जबकि उनकी पहचान आक्रामक नेता के रूप मे थी।





दुखद सत्य यह था कि संतृप्तिकरण की होड़ में गृह मंत्री अमित शाह न तो CAA के विरुद्ध आंदोलन को कुचल पाए, न CAA लागू करवा पाए। कथित किसानों की अराजकता ने उन्हें निस्तेज कर दिया। बीजेपी के इन दो लौह नेताओं की छवि पर जंग लग गई।






बंगाल में मुसलमान हिन्दुओं को मारते रहे। बीजेपी की केंद्र सरकार हत्यारों को संतृप्त करती रही। निरीह हिन्दू कटता रहा। ऐसे मे हिन्दुओं को ममता शरण में जाना ही था।




इसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बंगाल और पंजाब मे दिखाईं दिया। पूरे देश मे अच्छा प्रदर्शन करने वाली बीजेपी बहुमत से चूक गई।

गुरुवार, 4 जुलाई 2024

तिनका

 किसी को भी 

तिनका मत समझो 

परिस्थितियां अनुकूल हो तो 

हवा के साथ उड़कर 

तिनका भी 

आँख में घुस जाता है।

अकेला नही...!

कभी भी कोई 
न अकेला आता है 
न ही जाता है 
उसके साथ आते 
और साथ जाते हैं 
उसके कर्म 
पिछले जन्म के 
और अगले जन्म के लिए। 

आपके पाँव

गीले फर्श पर 

अपने पाँव 

मत रखियेगा मोहतरमा 

बेहद बेडौल है

दाग पड जाएंगे। 

भीगा क्यों?

मैं अकेला नहीं था 

बरसात थी 

वह साथ थी 

उसके हाथ मे छाता था।

फिर भी मैं भीग रहा था, 

क्योंकि

वह काफी ठिगनी थी। 

तीन किन्तु

 गरमी में  चिलकती धूप में  छाँह बहुत सुखदायक लगती है  किन्तु, छाँह में  कपडे कहाँ सूखते हैं ! २-   गति से बहती वायु  बाल बिखेर देती है  कपडे...