सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जनवरी 14, 2012 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बूढ़ी

टिमटिमाती लालटेन की रोशनी एक बूढी औरत लालटेन की रोशनी की तरह खाना बना रही अपने, पति और बच्चों के लिए . मंद प्रकाश के कारण, खदबदाती भदेली में झांकती जाती है कि खाना कितना पका. रोटी बनाते समय हाथ जल जल जाते हैं क्यूंकि काले तवे और अन्धकार में फर्क कहाँ सब आते हैं, खाना खाते हैं बूढ़ी भी खाना  खाती है बर्तन और चौका साफ़ कर सहेज देती है सभी सो गए हैं लालटेन की रोशनी धप्प धप्प कर रही है और बूढ़ी की नींद में डूबी पलकें भी, रात के अँधेरे में ग़ुम हो जाने के लिए .