सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

सितंबर 26, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अकेला

मैं अकेला ही था चलता रहा उस राह पर बना दिये थे पैरों के निंशान आज उस पगडंडी पर सैकड़ों चलते है जिस राह पर चला था मैं अकेला ।