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जनवरी 20, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बुधिया की दौड़

बुधिया इतनी तेज़ कैसे दौड़ लेता है? आसान है इसे समझना दस किलोमीटर दूर स्कूल में समय पर पहुँचने के लिए उसे दौड़ना पड़ता था। पिता को खाना पहुंचाने के बाद ही बुधिया को खाना मिल सकता था इसलिए खेत तक जाने और आने के लिए बुधिया को दौड़ना पड़ता था। पिता मर गए खेत बिक गए बुधिया आठ के बाद पढ़ नहीं सका शहर आ गया सरकारी नौकरी के लिए बुधिया को दौड़ना पड़ा सरकारी नौकरी नहीं मिली सो, नौकरी करने लगा चाय की दुकान पर झुग्गी से कई किलोमीटर दूर दुकान तक पहुँचने के लिए बुधिया को दौड़ना पड़ता था। जिसकी ज़िंदगी में इतनी दौड़ हो सामने भूख हो वह बुधिया तेज़ तो दौड़ेगा ही।