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जून 12, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अपनत्व

दुःख ईर्षालु होता है वह हमें सताता है क्योंकि, हम सुख को प्यार करते हैं . दुःख को अपना लो सुख आपका होगा ही दुःख भी आपको सताएगा नहीं.