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फ़रवरी 26, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सत्यकाम

आकाश से अवतार नहीं लेता सत्य जीवन में अनियंत्रित अश्व की तरह होता है सत्य निरंतर परिश्रम, साधना और संयम से साधन पड़ता है सत्य तब नियंत्रण में आता है सत्य और मनुष्य बन जाता है सत्यकाम।