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मेरा शत्रु!

 मैंने  अपने शत्रुओं से पूछा?  मेरा सबसे प्रमुख शत्रु कौन है ?  वह बोला- तू स्वयं!  जो आस्तीन नहीं मोड़ता कभी !

लेख कविताएँ और हास्य व्यंग्य

 

ग़ज़ल

मैंने कब भूलना चाहा था तुमको,  तुम थे कि मुझे कभी याद न आये। ...   चाहता था हमेशा  दोस्ती  करना तुमसे , तुम दुश्मनी की रस्म निभा के चले गए।