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फ़रवरी 27, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

तनाव

जब तनाव अधिक होता है न  तब गाता हूँ  रोता नहीं  पड़ोसी बोलते हैं-  गा रहा है  मस्ती में है  तनाव उनको होता है  मुझे तनाव नहीं होता। 

पाती नहीं आती !

अब चिट्ठी नहीं आती  किसी स्व-जन की कुशल पाती नहीं आती  उन की कठिनाइयों, अभाव से अवगत नहीं हो पाता  अब मेल आती है  जिनसे मेल नहीं उनकी! फोन आते हैं  जिन्हें कभी देखा नहीं  स्वर से सूरत का मिलान नहीं हो पाता  अपरिचित स्वर सुनाई देते है  जिसमें विनम्रता होती है, अपनत्व नहीं  अब अपने कहाँ  हमने तो इन्हें अतीत मे भेज दिया  अब उनकी भी मेल ही आती है  पाती नहीं आती ।