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मई 13, 2012 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

खेल

रोशनदान के नीचे बना घोंसला  छोटी चिड़िया झांकती, इधर उधर देखती उड़ कर कहीं जाती, लौट कर आती  चोच में दाना या तिनका लिए  रख कर फिर उड़ जाती या थोडा फुदकती इधर उधर  नन्हा देख रहा है ध्यान से  नन्ही चिड़िया के करतब और खुश हो रहा है  रोशनदान की झिरी से  धूप  का एक छोटा टुकड़ा झांकता है, फिर बैठ जाता है घोंसले पर  चिड़िया चीं चीं करने लगती है  मानो कह रही हो हटो मेरे घोंसले से  टुकड़ा नहीं मानता तो समझौता कर लेती  खेलने लगती है उससे . नन्हा देख रहा है सब  वह भी खेलना चाहता है चिड़िया ...