शनिवार, 13 सितंबर 2014

रास्ते : अलग अलग


अलग अलग रास्ते भी
एक हो जाते हैं
जब
अपने मुहाने पर
बंद पाये जाते हैं.
२-
रास्तों को
नहीं बाँट सकते
चलने का तरीका
गलत हो सकता है .
३-
वह गिरे
मैंने सम्हाला
मैं लड़खड़ाया
दोनों गिरे
लोग हँसे
कि
दोनों अनाड़ी .
४-
मंज़िल आसान लगती
अगर
रास्तों पर
कांटे न होते .
५-
जूता पहन कर
कांटे नहीं चुभे
पर
जूतों ने
पैर काट लिया.

तीन किन्तु

 गरमी में  चिलकती धूप में  छाँह बहुत सुखदायक लगती है  किन्तु, छाँह में  कपडे कहाँ सूखते हैं ! २-   गति से बहती वायु  बाल बिखेर देती है  कपडे...