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फ़रवरी 2, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

दिल्ली

दिल्ली कभी  न बदली आज भी कहाँ बदली दिल्ली आज भी यहाँ  पांडवों का इंद्रप्रस्थ है मुगलों का शाहजहांबाद है अंग्रेज़ों की जमायी नयी दिल्ली आज  देश की राजधानी है दो सरकार हैं, आप हैं प्राचीन में जीती हैं आज भी दिल्ली तभी तो गजनवी के योद्धा आक्रमण करते रहते है  (नॉर्थ ईस्ट  के छात्रों पर ) और दुस्शासन खींचते रहते हैं चीर द्रोपदी की इज्जत लूटती है आज भी दिल्ली . ( निदो तानियम की  हत्या  पर )