रविवार, 27 दिसंबर 2015

मृतक

मैं मृत हूँ
मृतक को दर्द नहीं होता
शायद इसीलिए मुझे
ज़िन्दों के दर्द का
एहसास नहीं होता।  

तीन किन्तु

 गरमी में  चिलकती धूप में  छाँह बहुत सुखदायक लगती है  किन्तु, छाँह में  कपडे कहाँ सूखते हैं ! २-   गति से बहती वायु  बाल बिखेर देती है  कपडे...