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मई 28, 2011 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

क्या बकवास है?

यह कौन सा शहर हैं यारों, जहाँ के रास्ते उलटे जाते हैं। घरों को लौटते हुए लोग, घरों से दूर चले जाते हैं। मैं सबसे छुपा हुआ था, रुसवाइयों के घेरे में। लोग हंस रहे थे और मैं रो रहा था। एक बार सोचो तुम कहाँ चले जाते हो, लौटने की सोचते नहीं कि फिर लौट जाते हो। चलो हटाओ कि जो हो गया सो हो गया, राख हटती जाती है, मुर्दा नज़र आता है। मैंने उन्हें अलविदा कहा, उन्होंने हाथ हिलाया लौटा तो देखा कि पडोसी चला आ रहा था।