सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

सितंबर 5, 2012 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गुरु

मैं मिट्टी था गुरु ने मुझे मूरत बनाया ज्ञान दिया गुर सिखाया मुझे शिक्षित कर गुरु यानि भारी बना दिया और मैं गुरु बनते ही गुरूर से भर गया और फिर से मिट्टी हो गया।