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मई 24, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अंततः

पक्षी ने अनुभव किया  उसका अंत निकट है  पंख शिथिल हो रहे हैं  अधिक साथ नहीं दे पा रहे  तो क्या विश्राम कर लूं ?  अंतिम विश्राम! फिर सोचा  जब विश्राम ही करना है तो  एक ऊँची उड़ान भर लूँ  कदा चित नई ऊंचाई छू लूं  अनंत तक  अंत तक  उड़ चला  ऊँचा  ऊँचा  और अधिक ऊँचा  अनंत की ओर  अंततः।