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जून 6, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बरसना

मेघों ने चाहा था धरती पर बरसना पर पानी बन कर बह गए। 2 बचपन में जब मैं गिरता था माँ की आँखों में करुणा बरसती थी जबसे /बड़े होकर /मैंने गिरना शुरू किया है माँ की आँखों से आंसुओं की गंगा बहती है। 3 ज़रूरी नहीं कि झुंड में भेड़िये ही मिले झुंड में लुटेरे भी चलते  हैं । लूट एक जशन  है नेताओं का टशन है खरीदारों की बस्ती में बाज़ार ए हुस्न है। 4