मुनव्वर राणा ट्विटर एक शेर के ज़रिये अपनी ज़हालियत का प्रदर्शन किया . शेर
था-
जो भी ये सुनता है हैरान हुआ जाता है,
अब कोरोना भी मुसलमान हुआ जाता है।
जवाब में मुनव्वर राणा को बेभाव में इतने शेर पड़े -
१- जब भी मुश्किल में मेरा देश कभी आता है,
ये ‘मुनव्वर’ भी ‘मुसलमान’ ही हो जाता
है।
२ - तबलीगी मुसलमान सच्चा मुसलमान कहाता है,
क़ुरान भी फैलाता है और कोरोना भी फैलाता है।
३- #तबलीगी_जमात के
बारे में जो भी ये सुनता है, हैरान हुआ जाता है...
कोरोना से मिलकर और भी ज्यादा खतरनाक, अब मुसलमान हुआ जाता है
४- मैंने जब ये सुना तो हैरान ना हुआ
चिंता तो हुई थोड़ी पर परेशान ना हुआ
दिमाग मे जेहाद भरा होना जिनकी निशानी है
मासूमों का कत्ल करना जिनकी कहानी है
जब मजहब के चलते कोई शैतान हुआ जाता है
तब कोरोना भी मुसलमान हुआ जाता है
५- अगर चिढ़ते हैं तो चिढ़ने दो, मेहमान थोड़ी है
ये सब हैं जाहिल, अब्दुल कलाम थोड़ी है
फैलेगा कोरोना तो आएंगे घर कई ज़द्द में
यहाँ पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है
मैं जानता हूँ देश उनका भी है लेकिन
हमारी तरह हथेली पे जान थोड़ी है
६- लोग घरों में बंद हैं और वो जमात लगाए बैठे हैं,
अब जो बेपर्दा हुए तो मजहब बीच में घुसाए बैठे हैं !
७- जहां इबादत में हाथ उठने थे, वहाँ पत्थर उठाए बैठे हैं,
जिन का अहसान मान लेना था उन्हें ग़ाली सुनाए बैठे हैं,
इंसानियत की चिंता होती तो यूँ मजमा ना लगाते,
अब जो बेपर्दा हुए तो मजहब बीच में घुसाए बैठे हैं !!
८- जो भी ये सुनता है हैरान हुआ जाता है
बम बंदूक छोड़ थूक से जिहाद किया जाता है
९- जो भी ये सुनता है, हैरान हुआ जाता है
अब मुन्नवर राणा भी शीफ्र #मुसलमान हुआ जाता है।
१०- कोरोना की वजह से देश खतरे में न आये ये सोच कर देशभक्त सूखते जा रहे हैं,
कुछ टोपी वाले कोरोना के संदिग्ध क्या हुए, सड़क पर थूकते जा रहे हैं।
११- जो भी ये सूनता है, हैरत नही होती है
मस्जिद मौत बांटती, अजां नही होती है !!
१२- मरना है तो जल्दी मर 'मुनव्वर'
यूँ शोर मचा कर ,मोहल्ले की नींद हराम न कर।
१३- जो भी आपको सुनता है वो हैरान हुआ रहा है,
मुनव्वर राना अब तो इंसान कम और जिहादी ज्यादा नजर आ रहा है
१४- जो भी सुनता है हैरान हुआ जाता है,
लॉकडाउन होने के बाद भी कोरोना दरगाह में पाया जाता है..!
१५- जो भी सुनता है हैरान हुआ जाता है
डॉक्टरों पर थूककर शैतान हुआ जाता है।
१६- हमारे मुंह से जो निकले वही सदाक़त है
हमारे मुंह में तुम्हारी जुबां थोड़ी है।
कानून लागू है, खुदसर नहीं करते
तुम्हारे बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है।
१७- अपनी शायरी से ना हमे बहलाओ
जाके अपने मौलानाओं को समझाओ
१८- कितना पाक तेरा मजहब है गालिब,
जो जान बचाए तेरी उसी पे थूकना सिखाता है ?
ओ तेरा खुदा फिर तुझसे जुदा क्या होगा ?
जो गैरों कत्ल करने को वजा फरमाता है ।।
१९- एक वायरस की जद में इंसान मौत का खिलौना हो गया
जिहाद की ऐसी लत के मुसलमान ख़ुद कोरोना हो गया.
२०- अंदर का ज़हर चूम लिया , धुल के आ गए |
कितने शरीफ़ लोग थे , सब खुल के आ गए ||