सोमवार, 18 जुलाई 2022

मन तोता


मन तोता होता है

हरी मिर्ची सा

लोहे के पिंजरे में

'मिट्ठू बेटा

राम राम बोलो' कहता

पिंजरा खोल दो

तो क्या

कहाँ जाएगा !

लौट कर फिर वापस आएगा

पंख है

पर शक्ति कहाँ

फड़फड़ाता सिर्फ

मन  तोते सा।

गुरुवार, 14 जुलाई 2022

दर्पण-पुरूष

 क्या 

मनुष्य दो प्रकार के होते हैं? 

सज्जन और दुर्जन पुरुष 

पर तीसरा भी होता है पुरुष

दर्पण में 

जिसे हम देखते हैं

दर्पण- पुरुष. 

काल- चित्र

काल  एक चित्र बनाता है 
लकीरों  से भरा 
श्वेत श्याम रंगों का मिश्रण
कभी धुंधला सा भी 
अतीत में खोजता- विचरता 
काल चक्र से जूझता
 काल-चित्र .