कांटे अगर फूल होते
धूप से मुरझा जाते,
तेज़ हवा से बिखर जाते
ज़मीन पर गिर कर
पैरों की ठोकर पाते
धूप से मुरझा जाते,
तेज़ हवा से बिखर जाते
ज़मीन पर गिर कर
पैरों की ठोकर पाते
पर/कांटे-
पूरी बहादुरी से
धूप और हवा का मुकाबला करते हैं
मुरझाते नहीं
कभी ज़मीन पर नहीं गिरते/मसले नहीं जाते
लेकिन, इसके बावजूद
पूरी बहादुरी से
धूप और हवा का मुकाबला करते हैं
मुरझाते नहीं
कभी ज़मीन पर नहीं गिरते/मसले नहीं जाते
लेकिन, इसके बावजूद
बहादूरों की प्रेरणा कांटे
बदनाम हैं
क्योंकि,
वह चुभते हैं।
क्योंकि,
वह चुभते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें