भागता हुआ पहुंचा उठाने को चिलमन उनकी
मालूम न था कि वो कफन ओढ़े लेते हैं।
रहते हैं वह मेरे हमराह तब तक
रास्ता जब तलक नहीं मुड़ता।
मेरे आँगन में शाम बाद होती है
पहले उनके घर अंधेरा उतरता है।
देखा मैं रास्ते पे गिरा रुपया उठा लाया हूँ।
पर वहाँ इक बच्चा अभी भी पड़ा होगा।
मेरे आसमान पर चाँद है तारे हैं, पंछी नहीं।
सुना है ज़मीन पर आदमी भी भूखा है।
मालूम न था कि वो कफन ओढ़े लेते हैं।
रहते हैं वह मेरे हमराह तब तक
रास्ता जब तलक नहीं मुड़ता।
मेरे आँगन में शाम बाद होती है
पहले उनके घर अंधेरा उतरता है।
देखा मैं रास्ते पे गिरा रुपया उठा लाया हूँ।
पर वहाँ इक बच्चा अभी भी पड़ा होगा।
मेरे आसमान पर चाँद है तारे हैं, पंछी नहीं।
सुना है ज़मीन पर आदमी भी भूखा है।
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