शनिवार, 1 मार्च 2025

प्रकृति के हाइकु

 प्रातः काल मे 

सुगंधित पवन 

सब जागते। 

पशु पक्षी मैं 

प्रकृति की छांव 

सब प्रसन्न ।

मार्ग मे ओस 

पथिक चल रहा 

थकान कहाँ। 

सूर्य उनींदे 

पक्षी जाग रहे है 

प्रातः हो रही ।

चंद्रमा अस्त 

सूर्योदय की बेला 

कुछ क्षण मे ।



कुत्ते तो कुत्ते होते है !

कुत्ते तो कुत्ते होते हैं।  कुत्ते चाहे अडानी को हों या अम्बानी के।  उनके नाम चाहे हप्पू हो,  पप्पू हों या टप्पू, वह होते कुत्ते ही हैं।  एक...