पिता मर गए थे
माँ खूब रोई
बहुत दिनों तक
दूर शून्य में देखती बैठी रहती
बाद में पता चला
सोचती रहती थी
मेरे बारे में
कैसे अच्छा लिखा पढ़ा पाऊंगी अपने लल्ला को !
आज माँ मर गई
बीवी
कुछ ही देर में
रसोई सम्हालने में लग गई
नन्हे को चुप करने में झल्लाने लगी
मैं बैठा सोचता रहा
देर तक
उस कुर्सी को देखता रहा देर तक
जिस पर बैठा करती थी माँ
सम्हाले रखती थी नन्हे को
आंसू की बूँद न गिरने देती
कैसे होगा अब यह
मर गई है माँ।
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