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जनवरी, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मेरे विचार!

मैं चुप रहा  क्या मैं डर गया  चुप्पी का डर।  2- सब चल रहे थे  मैं भी चला  चलता चला गया   पता नहीं कहाँ निकल आया  वापसी कैसे करूँ   ! 3- किसी ने कहा था  कुछ ने सुना था  सभी सुनने वालों ने  निकाले मतलब  अपने मतलब के । 4-  समझ लो  कोई नहीं बोल रहा  कोई बोलेगा भी नहीं  क्या सब गूंगे है ?  नहीं  सब बहरे हैं । 5-  अरे वाह !  चारो तरफ सन्नाटा है  कितनी शांति है!  नहीं,  कुछ देर पहले बम फटा था ।