शनिवार, 18 अप्रैल 2020

शोक

तुम मत करना शोक ।
दुख किस बात का ! 
संताप किस बात का ! 
कौन मरा था तुम्हारा ? 
अख़बार की खबर था वह
कैमरे कि क्लिक का कमाल फोटो था वह 
ख़ून की छोटी नदी के बीच
फैला पड़ा था वह ।
कौन था तुम्हारा? कोई नहीं। 
काले अक्षरों से लिखा गया समाचार 
निरपेक्ष कैप्शन के ऊपर तना रंगीन फोटो सा वह।
तुम्हें किस बात का दुख ! संताप कैसा! 
तब शोक क्यों करना?

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