गुरुवार, 1 सितंबर 2011

गंदे बच्चे

                 गंदे बच्चे
मैंने देखा,
वह मैले कुचैले बच्चे
गालियाँ बकते हैं,
एक दूसरे की माँ बहन से नाता जोड़ते हैं .
बिना यह जाने
कि
उस सामने वाले बच्चे की माँ भी
उतनी ही ग़रीब और असहाय है,
जितनी उसकी अपनी माँ.
इसके बावजूद  वह बच्चे
एक दूसरे की माँ बहन को
बेईज्ज़त करते रहते हैं .
क्यूंकि वह
इतना तो अच्छी तरह से जानते हैं
कि
जिसकी माँ बहन की वह बेईज्ज़ती कर रहे हैं
वह उतना ही कमज़ोर और असहाय है, 
जितने वह खुद हैं.

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